दूरदर्शन पर निबंध – Essay on Television in Hindi

Essay on Television in Hindi

Essay on Television in Hindi : दोस्तों इस लेख में हमने दूरदर्शन अर्थात टेलीविसिन पर निबंध लिखा है| इस लेख को छोटी कक्षा के छात्र अपनी परीक्षा में भी इस्तेमाल कर सकते हैं| इस आर्टिकल में आपको दूरदर्शन से सम्भंदित सम्पूर्ण जानकारी प्राप्त होगी, तो चलिए शुरू करते हैं|

दूरदर्शन पर निबंध – Essay on Television in Hindi

प्रस्तावना

दूरदर्शन जिसे अंग्रेजी में television कहा जाता है और जिसे कभी कभी TV भी कहा जाता है, दूरदर्शन का अविष्कार 1920 में हुआ था, शुरुवाती समय में यह केवल ब्लैक और वाइट टीवी आते थे, परन्तु जैसे जैसे दुनिया में नए नए अविष्कार होने लगे, और दुनियाआधुनिक होती गई, पिक्चर ट्यूब नामक एक यंत्र का अविष्कार हुआ, और इसी यंत्र की सहायत से आज हम अपने घर पर मजूद टीवी पर आ रहे कार्यकर्मो को विभिन्न रंगो में देख पा रहे हैं|

दूरदर्शन का शिक्षा में योगदान

टीवी के अविष्कार का शिक्षा में एक अहम योगदान रहा है, मानव जाती के इस अविशकर में पूरी दुनिया बदल दी थी| टीवी पर मनोरंजन से लेकर पढ़ाई तक, विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम दिखाए जाते हैं, और इन कार्यकर्मो ने शिक्षा में एक एहम योगदान निभाया है|

टीवी के अविष्कार की मदद से ही एक अध्यापक दुनिया भर में मजूद हज़ारो लाखो बच्चो तक घर बैठे उनकी टीवी स्क्रीन तक पहुँच सकता है| टीवी पर कई सारी फिल्मे भी आती है जो शिक्षा से जुडी होती है, और जो बच्चो के मानसिक विकास में एक बहुत ही महत्वपूर्ण किरदार निभाती है|

इतना ही नहीं, टीवी के जरिये वैज्ञानिको की प्रयोगशाला में कई प्रयोग करके भी बच्चो को दिखाया जाता है, जिन बच्चो की विज्ञानं में रूचि होती है, उन्हें टीवी पर दिखाए जाने वाले ऐसे कार्यक्रमों से बहुत कुछ सिखने को मिलता है|

दूरदर्शन के फायदे

दूरदर्शन के निम्न फायदे होते हैं:

1. समाचार

आप दुनिया के किसी भी कोने में क्यों ना मजूद हो, यदि आपके पास टीवी है, तो आप उसमे दुनिया भर के किसी भी इलाके के हालत के बारे में जान सकते हैं, दूरदर्शन के अविष्कार की मदद से ही आज हम दुनिया भर में मजूद हर जगह से समाचार घर बैठे पा सकते हैं|

2. मनोरंजन का साधन

टीवी के अविष्कार को मनोरंजन के सबसे सस्ता साधन माना जाता है, अब आपको अपनी जेब से पैसे खर्च करके सिनेमा होलो में जाके फिल्मे देखने की कोई जरुरत नहीं, आप अपनी मन चाही फ़िल्म अपने घर बैठकर अपनी टीवी में देख सकते हैं| फिल्मो के साथ साथ टीवी पर अन्य कई सारे कार्यक्रम और serials भी दिखाए जाते हैं, जिन्हे आप अपने मनोरंजन के लिए और खाली समय में time pass करने के लिए देख सकते है|

3. मुफ्त शिक्षा का साधन

टीवी शिक्षा का एक मुफ्त साधन है, दूरदर्शन पर दिखाए जाने वाले विभिन्न कार्यक्रमों के द्वारा आप बहुत कुछ सिख सकते हैं और विभिन्न विषयो के जुड़ा ज्ञान प्राप्त कर सकते हैं|

दूरदर्शन के नुकसान 

जिस तरह हर सिक्के के दो पहलु होते हैं, ठीक उसी तरह टीवी केअगर फायदे है तो इसके कुछ नुक्सान भी है. टीवी के निम्न नुक्सान होते है:

1. सेहत पर प्रभाव

अनुसंधानो के द्वारा यह पाया गया है, की एक इंसान को पुरे दिन में 2 घण्टे से ज्यादा टीवी नहीं देखनी चाहिए, यदि कोई व्यक्ति इन निर्धारित समय से ज्यादा टीवी को देखता है तो उसकी सेहत ख़राब हो सकती है जैसे – आँखो की रौशनी कम होना, मोटापा आदि|

2. नकारात्मक कार्यकर्मो का प्रभाव

टीवी पर विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम दिखाए जाते हैं, और इन कार्यक्रमों में लड़ाई झगडे और खून खराबा आदि चीज़े भी शामिल होती है| इनका द्र्श्यो का बच्चो के मानसिक विकास पर बहुत गहरा प्रभाव पढ़ सकता है, उनके अंदर खून खराबे वाली गन्दी आदते भी पैदा हो सकती है|

3. बच्चो की पढ़ाई पर प्रभाव

टीवी पर शिक्षा देने वाले कई कार्यक्रम दिखाए जाते हैं, परन्तु ऐसे कुछ गिने चुने बच्चे ही होते हैं जो इन कार्यक्रमों को देखना पसंद करते हैं, बाकी बच्चे मनोरंजन करने वाले कार्यक्रम या फिल्मे देखना ज्यादा पसंद करते हैं, और इसी कारण वह ना तो टीवी की मदद से शिक्षा ग्रहण कर पाते हैं और साथ वह अपनी विद्यालय की शिक्षा पर भी ध्यान देना कम कर देते हैं, और इससे बच्चो की पढ़ाई पर टीवी की वजह से गहरा प्रभाव पड़ता है|

निष्कर्ष

टीवी के अविष्कार ने सम्पूर्ण दुनिया बदल दी है, परन्तु हर अविष्कार के कुछ फायदे होते हैं और कुछ नुक्सान, यह हम पर निर्भर करता है, हम अविष्कार का उपयोग किस प्रकार करते हैं|

यह भी जरूर पढ़े: कंप्यूटर क्या है? | A to Z जानकरी – What is Computer in Hindi

हम उम्मीद करते हैं दोस्तों आपको हमारा Essay on Television in Hindi पर आर्टिकल पसंद आया होगा| यदि आपका हमारे लेख से जुड़ा कोई सवाल या सुझाव हो तो उसे आप हमारे साथ कमेंट में जरूर शेयर करें| धन्यवाद!

Hindipool: Rahul हिंदी ब्लॉग इंडस्ट्री के प्रमुख लेखकों में से एक हैं, इनकी पढ़ाई-लिखाई, टेक्नोलॉजी, आदि विषय में असीम रूचि होने के कारण, इन्होने ब्लोग्स के जरिये लोगो की मदद करके अपना करियर बनाने का एक अनोखा एवं बेहतरीन फैसला लिया है|