नदी की आत्मकथा – Nadi Ki Atmakatha in Hindi

Nadi Ki Atmakatha in Hindi

Nadi Ki Atmakatha in Hindi

दोस्तों आज हम नदी की आत्मकथा के बारे में विस्तार से बात करेंगे। इस आर्टिकल में नदी ने अपनी आत्मकथा और अपनी भावनाओ को आप सभी के साथ शेयर किया है| कैसे एक नदी बिना रुके बहती है, कैसे समस्याओ का सामना करती है। आज भारत में ही नहीं सम्पर्ण देश में नदियों को कई नामो से पुकारा जाता है जैसे गंगा ,यमुना ,कृष्णा,कावेरी,तापसी आदि ऐसे कई नाम है जिन्हो से नदी को जाना जाता है तो आइये बिना कुछ सोचे अपनी पोस्ट Nadi ki atmakatha in hindi पर चलते है। आप हमारी पोस्ट पर लास्ट तक बने रहे ताकि आप सभी नदी की आत्मकथा के बारे में विस्तार से जान सके। 

नदी की आत्मकथा हिंदी निबंध – Nadi Ki Atmakatha in Hindi

दोस्तों में नदी हूँ वो नदी जिसकी वजह से आज आप सभी अपनी जरूरते पूरी कर पा रहे हो। जिसकी तुम रोज सुबह पूजा करते हो जिसके पानी को तुम महादेव जी पर वस्तृत करते हो। मेरा जन्म हिमालय में हुआ और वही से मेरे जीवन का सफर आरम्भ हुआ था और आज में इतनी विशाल बन चुकी हूँ की मेरी कोई सिमा नहीं मेरा प्रमुख कार्य केवल मानव जाती और जिव जंतु और बंजर भूमि को हरा भरा करना है। 

में वो नदी हूँ जो बहते हुए समुद्र में जा मिलती है जिसके पानी की सहायता से आप सभी के परिवार कुशलता पूर्वक चल रहे है मेरे समुद्र में हजारो ही नहीं लाखो जोव जंतु है जो सिर्फ मेरे भरोसे अपना जीवन यापन कर रहे है में उन सभी की जनंनी हूँ जो मुझ में रह कर अपना जीवन व्यतीत करता है। में छाय कितनी ही मुसीबत में रहु अर्थात मेरे जाने का रास्ता कितना भी मुश्किल हो में और मेरी विशाल लहेरे अपने आप अपना रास्ता बना लेती है और इस तरह में बिना रुके इस सम्पर्ण संसार में बहती हूँ। 

अगर देखा जाये तो आज के समय में मानव की सबसे ज्यादा जरुरत में ही पूरा कर रही हूँ। क्योकि जल से ही बिजली बनती है और जल से ही खेतो की सिचाई की जाती है और जल से ही बंजर भूमि को हरा भरा बनाया जा सकता है जो मेरे बिना बिना अधूरा है। मरी ही वजह से मानव आज बिजली प्राप्त कर पा रहा है मेरी ही वजह से मानव आज अपने घरो में कुशलता पूर्वक रहता है में वो हूँ जो किसी की भी प्यास भुजा सकती हूँ। 

खेतो की सिचाई में मेरा योगदान

मेरे जल का महत्व केवल एक किसान को ही पता है क्योकि वो अच्छी तरह से जानता है की जल उसके खेतो की सिचाई के लिए कितना महत्वपूर्ण है मेरे जल के बिना वो किसान भी अधूरा है अगर में नहीं रहु अर्थात मेरे पानी की कमी की वजह सम्पर्ण भूमि बंजर पड़ सकती है वो अकाल और भुकमरी के कारण मर भी सकता है लेकिन में किसी किसान को मरता नहीं देख सकती इसलिए सभी किसानो को उन्होकी जरुरत के हिसाब से जल की पूर्ति करवात हूँ ताकि वे अपने जीवन में मेरे महत्व को समझ सके और अपना जीवन अच्छे से व्यतीत कर सके।

{दोस्तों हम उम्मीद करते हैं आपको हमारी है Nadi ki atmakatha in hindi पर पोस्ट पढ़ने में मज़ा आ रहा होगा}

धार्मिक स्थलों पर मेरी जरुरत

आप सभी सुबह भगवन की आराधना के लिए मंदिर जाते हो वह आप सभी भगवन को जो जल अर्पण करते हो वो भी मेरे द्वारा ही संभव हो पाता है मेरी ही वजह से तुम भगवन के मंदिर की सफाई कर पाते हो मंदिरो में जो नल लगे होते है उन्होके माध्यम से में तुम सब की जरूरते पूरी करती हूँ और भगवान की सेवा में अपना छोटा सा योगदान देने में साफ हो पाती हूँ।

यह भी पढ़े – 5+ बेस्ट स्वरचित Poem on Environment in Hindi

मेरी वजह से बिजली की आपर्ति

आज आप सब अपने घरो में कुशलता पूर्वक जो रह रहे हो वो भी मेरी ही वजह से क्योकि आपके घरो दुकानों पर जिस बिजली का इस्तेमाल किया जा रहा है वो भी मेरे ही द्वारा संभव है। मेरे ही जल से आज बिजली का निर्माण हो रहा है जिसकी वजह से देश के कई गावो तक बिजली पहोचती है। मेरे ही जल में अर्थात समुद्र में बड़े बड़े तारो को बिछा कर बिजली का निर्माण किया जाता है जिसका आप सभी उपयोग करते है। अगर में ना होती तो शायद ये बिजली भी आज नहीं होती। 

मेरी कामना केवल इतनी है की लोग मेरे जल को सुरक्षित रखे और अच्छे कार्य में उसका उपयोग करे। कुछ ऐसे लोग है इस दुनिया में जो मेरे जल को दर्शित करने में लगे हुए है उन्होको शायद आज भी जल के महत्व के बारे में नहीं पता है। काफी गंदे नाले आज मेरी नदियों समुद्रो से जोड़ दिए गए है जिससे मेरा जल गन्दा हो रहा है। में सिर्ग्फ़ इतना चाहती हूँ की लोग मुझे साफ़ सुधरा रखे और मेरा सद्पयोग करे। 

कई लोग ऐसे भी है जो जल के महत्व को समझ रहे है और जागरूक हो रहे है में उम्मीद करती हूँ की आप सब मेरी भावनाओ की कदर करेंगे और मेरे पवित्र जल को दर्शित होने से रोकने का प्रयास करेंगे। 

यह भी पढ़े-

नदी पर कविता – Poem On River In Hindi

प्रकृति पर कविता – Poems on Nature in Hindi

दोस्तों हमारी पोस्ट में नदी के बारे में सम्पर्ण जानकारी आपको दी जा चुकी है। हमारी आप सभी से विनती है की आप अपने आसपास नदी नालो और जल वाले स्थानों पर कचरा ना फेके इस स्थानों को हमेशा अपने घरो की तरह साफ़ रखे। हम उम्मीद करते है की आपको हमारी पोस्ट nadi ki atmakatha in hindi पर आनंद आया होगा। और हा हमारी नदी की इस सुन्दर आत्मकथा को शेयर करना न भूले। धन्यवाद।

Hindipool: Rahul हिंदी ब्लॉग इंडस्ट्री के प्रमुख लेखकों में से एक हैं, इनकी पढ़ाई-लिखाई, टेक्नोलॉजी, आदि विषय में असीम रूचि होने के कारण, इन्होने ब्लोग्स के जरिये लोगो की मदद करके अपना करियर बनाने का एक अनोखा एवं बेहतरीन फैसला लिया है|