Poem on Basant Panchami in Hindi – नमस्कार! दोस्तों आज हमने इस आर्टिकल में बसंत पंचमी पर कविता शेयर करि है| जिस दिन बसंत ऋतू आरंभ होती है, उस दिन को बसंत पंचमी कहा जाता है| बसंत ऋतू को ऋतुओ का राजा कहा जाता है| यह मौसम बहुत ही सुहावना होता है| इस दिन माँ सरस्वती की पूजा की जाती है| इस मौसम में पड़ो पर मौजूद पत्ते झाड़ जाते हैं और नए पत्ते आने लगते हैं|
Contents
Best Poem on Basant Panchami in Hindi
टूटे हुए तारो से,
फूटे बसंती स्वर,
पत्थर की छाती में,
उग आया नव अंकुर,
झरे सब पिले पत्ते,
कोयल की कुहुक रात,
प्राची में अरुणिम की रेख देख पाता हूँ,
गीत नया जाता हूँ||
Basant Panchami Par Kavita
देखो आ गई वसंत ऋतू,
फिरसे रिश्तो में मिठास है,
खेतो में बहार है,
किसानो के मुख पर मुस्कान है,
खुला यह आसमान है,
सबका मन प्रसन्न है,
यही बसंत पंचमी का त्यौहार है,
डाल-डाल पे बैठकर पंछी नया गीत गए रहे,
देखो पड़ो पर नए पत्ते उग्ग आ रहे,
यही खूबसूरती तो है इस त्यौहार की,
देखो कैसे सब पक्षी चेहचा रहे, गए रहे||
Short Poem on Basant Panchami in Hindi
आली रे आली ऋतुराज है आई,
चारो और बसंत बहार है छाई,
कोयल की कुह कुह पहेली है भाग में,
धीमी धीमी सी ठण्ड है छाई,
नए पत्ते है आई,
देखो पेड़ो को कैसे यह सुहाना बनाए,
सुन्दर है वसंत की छाया,
हर दिल को है बसंत ऋतू है भाया||
Poetry on Basant Panchami
सीधी है भाषा,
वसंत की कभी आँख ने समझी,
कभी कान ने पोई,
कभी रोम-रोम से प्राणों में भर आई,
और है कहानी दिगंत की…
नील आकाश में,
नई ज्योति छा गई,
कब से प्रतीक्षा थी,
वही बात आ गई,
लो वसंत ऋतू आ गयी||
Basant Ritu Par Kavita
ऋतुओ का राजा,
सबको है भाता,
सुन्दर है पर्यावरण बनता,
हर दिल को है यह लुभाता,
देखो कितना सुन्दर मौसम,
सबको है यह भाता,
चिड़ाओ को चेहचाता,
फसलों को लहराता,
सुन्दर सा माहोल बनता,
हर दिल को है भाता,
इसलिए तो वसंत ऋतू,
ऋतुओ का राजा कहलाता||
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