Poem on Himalaya in Hindi : दोस्तों आज हमने हिमालय पर कवितायें लिखी है| हिमलाय को दिव्य शक्तियों का स्तोत्र माना जाता है, और ऐसा कहा जाता है, वहां स्वयं भगवन शिव का वास है| हिमालयो की उच्चइयो और इसका सुंदरता से तो आप सभी वाकिफ है ही, और इससे जुड़े कई किस्से भी आपने सुने होंगे|
इस लेख में हम आपके समक्ष कुछ सर्वश्रेष्ठ परवत पर कवितायें प्रस्तुत करने जा रहे हैं जो आपको बेहद अच्छी लगेगी, आये तो शुरू करते हैं|
हिमालय पर कविता – Poem on Himalaya in Hindi
यह विशाल हिमालय बता रहा है,
डरो न तुम आंधी पानी से,
खड़े रहो तुम डट कर,
सब संकट तूफानी में,
डिगो ना अपने प्राण से,
तो तुम जो चाहो पा सकते हो प्यारे,
तुम भी ऊंचे उड़ सकते हो आज़ाद गगन में,
छू सकते हो नभ के तारे,
डटा रहा जो अपने पथ पर,
लाख विडम्बना आने में,
मिली है सफलता जग में उसको,
जीने में मर जाने में||
देखो कितना सुन्दर है हिमालय,
सीना चौड़ा कर खड़ा है देखो यह हिमालय,
पानी, बरसात, बाढ़ में भी जिसे कोई ना हिला पाया,
ऐसा है हिमालय,
दिव्य शक्तियों का स्तोत्र है,
हिमालय,
शांति का प्रतिक,
शिवजी का ग्रह स्थान है हिमालय,
बर्फ से ढकी हुई चादर,
का नाम है हिमालय,
योगिओ का घर,
तपस्या का स्थान है विशाल हिमालय||
युग युग से है,
अपने पथ पर देखो कैसा खड़ा हिमालय,
डिगता कभी ना अपने प्रण से,
रहता अपने प्रण पर अड़ा हिमालय,
जो जो भी बाधाएं आई,
उन सब से है लड़ा हिमालय,
इसीलिए तो दुनिया भर में,
हुआ सबसे बड़ा हिमालय,
अगर ना करता काम कभी कुछ,
रहता हरदम पड़ा हिमालय,
तो भारत के शीर्ष चमकता,
नहीं मुकुट सा जुड़ा हिमालय,
खड़ा हिमालय बता रहा है,
डरो न आंधी पानी से,
खड़े रहो तुम अपने पथ पर,
सब कठिनाई परेशानी में||
यह भी जरूर पढ़े:
प्रकृति पर 5 सुन्दर कवितायें – Poem on Nature in Hindi
पर्यावरण पर 5 बेहतरीन कवितायें – Poem on Environment in Hindi
हम उम्मीद करते हैं दोस्तों आपको हमारी Poem on Himalaya in Hindi पसंद आयी होगी| आप हमे निचे कमेंट करके जरूर बताये आपको हमारी कवितायें कैसी लगी और इन्हे अपने दोस्तों के साथ व्हाट्सप्प और फेसबुक पर शेयर करना ना भूलें| धन्यवाद!