Poems By Harivansh Rai Bachchan in Hindi

5+ World Famous Poems By Harivansh Rai Bachchan in Hindi – हरिवंश राइ बच्चन की कवितायें

Poems By Harivansh Rai Bachchan in Hindi हेलो दोस्तों आज हमने हिंदी साहित्य के सबसे महान और विश्व प्रसिद्ध छायावाद कवी हरिवंश राइ बच्चन की कविता शेयर की है| इनका नाम छायावाद कवियों की सूचि में सबसे ऊपर आता है, क्योकि इनकी कविताएं में एक अलग मिठास होती है, जो पड़ने वाले के अंदर जोश भर देती है और उसके अंदर एक सकारात्मक ऊर्जा का निर्माण करती है| निचे दी गई कविताओं को पड़ने से पहले इनका जीवन परिचय जान लेते हैं|

हरिवंश राइ बच्चन का जीवन परिचय – इनका जन्म 27 नवम्बर 1907 में प्रतापगढ़ आगरा में हुआ था और इनकी मृत्यु 18 जनवरी 2003 में| यह एक विषय प्रसिद्ध छायावाद कवी और लेखक थे, जिनकी हर एक कविता लोगो के दिलो में बस जाती थी| इनके सुपुत्र का नाम आदरणीय अमिताभ बच्चन है, जिन्हे हम बखूबी से जानते हैं|

Famous Poems By Harivansh Rai Bachchan in Hindi – जिंदगी और जमाना 

जिंदगी और जमाने की है,
कशमकश से घबराकर,
आज मेरे बेटे मुझसे पूछते हैं,
कि हमें पैदा ही क्यों किया था,

अब मेरे पास उन्हें बोलने के लिए,
इसके सिवाय कोई जवाब नहीं है कि,
मेरे बाप ने मुझसे बिना पूछे,
मुझे क्यों पैदा किया था?

और मेरे बाप को,
उनके बाप ने बिना पूछे उन्हें,
और उनके बाबा को बिना पूछे,
उनके बाप ने क्यों पैदा किया था?

जिंदगी और जमाने की,
कशमकश पहले भी थी,
आज भी है… शायद ज्यादा,
कल भी होगी शायद और ज्यादा,

तुम्हें एक नहीं रीत रखना,
अपने बेटों से पूछ कर उनकी नीव रखना||


हरिवंश राइ बच्चन की प्रसिद्ध कविता – कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती

कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती,
लहरों से डरकर नौका कभी पार नहीं होती,
नन्हीं चींटी जब दाना लेकर चलती है,
चढ़ती दीवारों पर सौ बार फिसलती है,
मन का विश्वास रगों में साहस भरता है,
चढ़कर गिरना गिरकर चढ़ना ना अखरता है,
अंत में उनकी मेहनत बेकार नहीं होती,
कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती,
डुबकियां सिंधु में गोताखोर लगाता है,
जा जाकर खाली हाथ लौट आता है,
मिलते नहीं सहज के मोती गहरे पानी में,
बढ़ता दुगना उत्साह इसी हैरानी में,
मुटठी उसकी खाली हर बार नहीं होती,
कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती,
असफलता एक चुनौती है इसे स्वीकार करो,
क्या कमी रह गई देखो और सुधार करो,
जब तक न सफल हो नींद चैन से त्यागो तुम,
संघर्ष का मैदान छोड़ कर मत भागो तुम||


Short Poem By Harivansh Rai Bachchan – अकेलेपन का बल पहचान

शब्द कहा जो तुझको टोके,
हाथ कहां जो तुझको रोके,
राह वही है दिशा, वही है, तू जिधर करे प्रस्थान,
अकेलेपन का बल पहचान,

जब तू चाहे तब मुस्काए,
जब चाहे तब अश्रु बहाए,
राग वही तू जिसमें गाना चाहे अपना गान,
अकेलेपन का बल पहचान,

तन मन अपना जीवन अपना,
अपना ही जीवन का सपना,
जहां और जब चाहे तू करदे सब कुछ बलिदान,
अकेलेपन का बल पहचान||


Harivansh Rai Bachchan Hindi Poems – लड़ाई अपने आप से

हारना तब आवश्यक हो जाता है,
जब लड़ाई अपनों से हो और,

जीतना तब आवश्यक हो जाता है,
जब लड़ाई अपने आप से हो,

मंजिल मिले ना मिले,
यह तो मुकद्दर की बात है,

हम कोशिश भी ना करें,
यह तो गलत बात है,

जिंदगी जख्मो से भरी है,
वक्त को मरहम बनाना सीख लो,

हारना तो है एक दिन मौत से,
फिलहाल जिंदगी जीना सीख लो||


Harivansh Rai Bachchan Ki Kavita – तेरा स्वागत करती मेरी मधुशाला

मृदु भावों के अंगूरों की,
आज बना लाया हाया,

प्रियतम अपने ही हाथों से,
आज पिलाऊंगा प्याला,

पहले भोग लगा लूं तेरा,
फिर प्रसाद लगा पाएगा,

सबसे पहले,
तेरा स्वागत करती मेरी मधुशाला||


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हमे उम्मीद है दोस्तों हमारी Poems By Harivansh Rai Bachchan in Hindi पढ़कर आपके दिल में उम्मीद का एक नया संचार हुआ होगा और आपके अंदर ज़िन्दगी के प्रति सकारात्मक सोच पैदा हुई होगी| अगर आपको हरिवंश राइ बच्चन की कवितायें पसंद आई हो तो इन्हे अपने दोस्तों और परिवार वालो के साथ जरूर शेयर करें| धन्यवाद!

Hindipool

Rahul हिंदी ब्लॉग इंडस्ट्री के प्रमुख लेखकों में से एक हैं, इनकी पढ़ाई-लिखाई, टेक्नोलॉजी, आदि विषय में असीम रूचि होने के कारण, इन्होने ब्लोग्स के जरिये लोगो की मदद करके अपना करियर बनाने का एक अनोखा एवं बेहतरीन फैसला लिया है|

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