Upsarg Kise Kahate Hain हेलो बच्चो आज हमने उपसर्ग किसे कहते हैं, उसके भेद एवं उदहारण लिखे हैं| इस पहले हमने प्रत्यय किसे कहते हैं पर लेख लिखा था| “उपसर्ग” हिंदी व्याकरण में पढाये जाने वाले विषयो में से एक है| सभी बच्चो को इसका ज्ञान होना बेहद जरुरी होता है| इसलिए आज हमने इसकी परिभषा और इससे जुडी सारी जरुरी जानकारी आसान शब्दों में इस लेख में बताई है|
Contents
Upsarg Kise Kahate Hain – उपसर्ग की परिभाषा
आसान शब्दों में उपसर्ग की निम्नलिखित परिभाषाएँ होती है:
- जो शब्दांश मूल शब्द के पहले लगकर एक नए शब्द का निर्माण करते हैं, उन्हें उपसर्ग कहते हैं|
- जिन शब्दों को किसी मूल शब्द के पहले लगाने से एक नए शब्द का जन्म हो तो, उन शब्दों को उपसर्ग कहा जाता है|
उदहारण –
1. आ + राम – आराम – इसमें “आ” उपसर्ग है, जो मूल शब्द “राम” में लग कर एक नए शब्द आराम का निर्माण कर रहा है|
2. वि + चार – विचार – इसमें “वि” उपसर्ग है, जो मूल शब्द “चार” में लग कर एक नए शब्द विचार का निर्माण कर रहा है|
उपसर्ग के भेद एवं प्रकार – Upsarg Ke Bhed
उपसर्ग के निम्नलिखित 3 प्रमुख भेद होते हैं:
- हिंदी के उपसर्ग
- संस्कृत के उपसर्ग
- आगत उपसर्ग
उपसर्ग के भेदो की परिभाषा एवं उद्धरण
1. हिंदी के उपसर्ग
जो उपसर्ग हिंदी भाषा से लिए गए हैं, उन्हें हिंदी के उपसर्ग कहा जाता है| जैसे – आ, अ, न, आदि|
उदहारण –
1. आ
- आ + राम – आराम
- आ + हार – आहार
- आ + काश – आकाश
- आ + गमन – आगमन
- आ + वाम – आवाम
- आ + मरण – आमरण
- आ + पदा – आपदा
- आ + क्रोश – आक्रोश
2. अ
- अ + मन – अमन
- अ + टूट – अटूट
- अ + नर्थ – अनर्थ
- अ + पराजित = अपरजीत
- अ + विजय – अविजय
- अ + ज्ञानी – अज्ञानी
- अ + संकोश – असंकोष
- अ + नियंत्रित – अनियंत्रित
3. नि
- नि + डर – निडर
- नि + रक्षण – निरक्षण
- नि + कम्मा – निकम्मा
- नि + रोग – निरोग
- नि + रोध – निरोध
2. संस्कृत के उपसर्ग
जो उपसर्ग संस्कृत भाषा से लिए गए हैं, उन्हें संस्कृत के उपसर्ग कहा जाता है| जैसे प्र, अप, अनु, आदि|
उदहारण –
1. प्र
- प्र + माण – प्रमाण
- प्र + कृति – प्रकृति
- प्र + णाम – प्रणाम
- प्र + गति – प्रगति
- प्र + शासन – प्रशासन
- प्र + अजय – प्राजय
- प्र + दीप – प्रदीप
- प्र + सन्न – प्रसन्न
2. अप
- अप + मान – अपमान
- अप + एक्शा – अपेक्षा
- अप + शब्द – अपशब्द
- अप + कार – अपकार
- अप + हरण – अपहरण
- अप + राध – अपराध
- अप + युक्ति – अप्यूक्ति
3. अनु
- अनु + कुल – अनुकूल
- अनु + भूति – अनुभूति
- अनु + कांश – अनुकांश
- अनु + मति – अनुमति
- अनु + सार – अनुसार
- अनु + शासन – अनुशासन
3. आगत उपसर्ग
जो उपसर्ग विदेशी भाषाएँ जैसे अंग्रेजी, फारसी, अरबी आदि से लिए गए हैं, उन्हें आगत उपसर्ग कहा जाता है| जैसे बे, कम, हर आदि|
उदहारण –
1. बे
- बे + वफ़ा – बेवफा
- बे + पन्हा – बेपन्हा
- बे + हद – बेहद
- बे + मान – बेमान
- बे + रहमि – बेरहमी
- बे + मन – बेमन
- बे + जति – बेज्जती
2. कम
- कम + जोर – कमजोर
- कम + अकल – कमअकल
- कम + बख्त – कम्बख़त
- कम + याबी – कामयाबी
- कम + दिन – कमदीन
3. हर
- हर + बार – हरबार
- हर + रोज – हररोज
- हर + दिन – हरदिन
- हर + वक्त – हरवक्त
- हर + घडी – हरघडी
- हर + दम – हरदम
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