5 Heart Touching Poems By Mirabai in Hindi : दोस्तों आज हमने मीराबाई की 5 बेहतरीन कवितायें लिखी है| मीराबाई कृष्ण भगवान की बहुत बड़ी भक्त थी, इनकी ज्यादातर कवितायें भगवान श्री कृष्ण पर ही होती थी| इनकी कविताओं के चर्चे आज भी मशहूर है|
मीराबाई का जीवन परिचय – इनका जन्म 1498 में हुआ था और इनकी मृत्यु 1546 में हुई थी| यह कृष्ण जी की बहुत बड़ी भक्त थी| और इनकी ज्यदातर कवितायें कृष्ण भगवान पर ही होती थी| इन्होने अपनी पूरी ज़िन्दगी कृष्ण भगवान पर समर्पित करदी थी| आइये इनकी कवितायें पड़ते हैं|
Contents
5 Heart Touching Poems By Mirabai in Hindi
बदरिया
बरसे बदरिया सावन की,
सावन की मन भावन की,
सावन में उमग्यो मेरा मनवा,
भनक सुनी हरिा आवन की,
उमड़ घुमड़ चहु दिससे आयो,
दामण दमके झर लावन की,
नान्हि नान्हि बुंदन मेहा बरसे,
सीतल पवन सोहावन की,
मिरो के प्रभु गिरधर नागर,
आनंद मंगल गावन की|
श्री कृष्ण
त्यागा कर राज – पाठ ,
वैराग्य जीवन को था उन्होंने अपनाया,
संसार के मोह से थे धुर,
हरिकीर्तन में था उन्होंने अपना जीवन बिताया,
खोकर उन्होंने अपनी सुध बुध सारी,
कृष्णभक्ति को था उन्होंने अपने रोम रोम में बसाया,
त्याग और समर्पण से अपनी आराध्या की पूजा कर,
देवी जैसी स्थान था पाया,
कृष्ण में लीन होकर,
वो कहलायी कृष्ण दीवानी मीरा|
नन्द किशोर
बसों रे मोरे नैनन में नन्द किशोर,
मोहनी मूरत सावरी सूरती,
नैणा बने विसाल,
अधर सुधारस मुरली राजत,
उर वैजन्ती माल,
छुद्र घंटिका कटी तट,
सोभित नूपुर शब्द रसाल,
मीरा प्रभु संतन सुखदाई,
भगत वाचाल गोपाल|
नटवर नगर नंदा
नटवर नगर नंदा भजो रे मन गोविंदा,
श्याम सुन्दर मुख चंदा भजो रे मन गोविंदा…
तू ही नटवर तू ही नागर, तू ही बाल मुकन्दा,
भजो रे मन गोविंदा नटवर नगर नंदा…
सब देवन में कृष्ण बड़े हैं, ज्यों तारा विच चंदा,
भजो रे मन गोविंदा नटवर नगर नंदा…
सब सखियन में में राधाजी बड़ी हैं, ज्यों नदिया विच गंगा,
भजो रे मन गोविंदा नटवर नगर नंदा…
ध्रुव तारे प्रह्लाद उबारे, नरसिंघ रूप धरंता,
भजो रे मन गोविंदा नटवर नगर नंदा…
कालीदह में नाग ज्यों नाथो, फण फण निरत करंता,
भजो रे मन गोविंदा नटवर नगर नंदा||
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